रुद्रप्रयाग।मुख्यमंत्री के ड्रग्स फ्री देवभूमि मिशन 2025 अभियान के तहत बुधवार को अगस्त्यमुनि में औषधि निरीक्षक अमित आजाद ने दवा विक्रेताओं की बैठक ली और उन्हें दवा कारोबार में पारदर्शिता बनाए रखने के सख्त निर्देश दिए। बैठक में उन्होंने कहा कि दवाओं का भंडारण, रखरखाव और एक्सपायर दवाओं का समय-समय पर पृथक्करण सुनिश्चित किया जाए, साथ ही प्रत्येक मेडिकल स्टोर में फार्मासिस्ट की उपस्थिति और सीसीटीवी कैमरे अनिवार्य रूप से लगाए जाएं।
औषधि निरीक्षक ने स्पष्ट कहा कि नारकोटिक दवाओं की बिक्री बिना पंजीकृत चिकित्सक के परामर्श के नहीं होनी चाहिए और सर्दी-खांसी की दवाएं दो वर्ष से कम आयु के बच्चों को न दी जाएं। उन्होंने चेतावनी दी कि औषधि एवं सौंदर्य प्रसाधन अधिनियम 1940 के नियमों का उल्लंघन करने पर विभाग सख्त कार्रवाई करेगा।
अमित आजाद ने बताया कि सभी मेडिकल स्टोरों पर क्यूआर कोड लगाए गए हैं, जिनके माध्यम से दवा के साइड इफेक्ट या दुरुपयोग की जानकारी सीधे विभाग को दी जा सकती है। उन्होंने कहा कि विभाग का उद्देश्य सुरक्षित दवा, सुरक्षित जीवन की भावना को जनमानस तक पहुंचाना है।
बैठक में मेडिकल एसोसिएशन के जिलाध्यक्ष दीपांशु भट्ट ने कहा कि जिले के सभी दवा कारोबारी विभागीय दिशा-निर्देशों और कानून के अनुरूप कार्य करने के लिए प्रतिबद्ध हैं और दवाओं के दुरुपयोग के खिलाफ सख्त रुख अपनाएंगे। बैठक में सूरत सिंह कुंवर, हरिहर सिंह रावत, सुरेश गोदियाल, बलवीर लाल, गोपाल काला सहित अन्य थोक और फुटकर दवा विक्रेता मौजूद रहे।






