रुद्रप्रयाग। पूर्व मंत्री डॉ. हरक सिंह रावत ने कहा कि उत्तराखंड बनने के बाद से अब तक पत्रकारों को किसी भी प्रकार की सुविधा उपलब्ध नहीं कराई गई है। उन्होंने कहा कि राज्य में केवल अधिकारी और नेता ही विशेषाधिकारों का लाभ उठा रहे हैं, जबकि पत्रकारों को आज भी अनदेखा किया जा रहा है। डॉ. रावत ने कहा कि “अधिकारी और नेता दो-दो, तीन-तीन पेंशन और तनख्वाह ले रहे हैं, लेकिन लोकतंत्र के चौथे स्तंभ यानी पत्रकारों के लिए न तो पेंशन की व्यवस्था है और न ही कोई सुविधाएं।”
उन्होंने आगे कहा कि लोकतंत्र के चार स्तंभों में अगर चौथा स्तंभ यानी पत्रकारिता कमजोर होगा, तो लोकतंत्र कभी मजबूत नहीं हो सकता। इसलिए सरकार को चाहिए कि वह जल्द से जल्द पत्रकारों के हितों पर गंभीरता से विचार करे और उन्हें पेंशन व वेतन जैसी सुविधाएं प्रदान करे।
डॉ. रावत ने स्पष्ट कहा कि सरकार अगर वास्तव में लोकतंत्र को मजबूत देखना चाहती है, तो पत्रकारों को उनका अधिकार मिलना ही चाहिए।






