भूस्खलन मोबाइल ऐप से मजबूत होगा आपदा प्रबंधन।जिलाधिकारी की अध्यक्षता में आपदा प्रबंधन कार्यशाला का हुआ आयोजन।तहसीलदार ऊखीमठ प्रदीप नेगी ने दी जानकारी….

भूस्खलन मोबाइल ऐप से मजबूत होगा आपदा प्रबंधन।जिलाधिकारी की अध्यक्षता में आपदा प्रबंधन कार्यशाला का हुआ आयोजन।तहसीलदार ऊखीमठ  प्रदीप नेगी ने दी जानकारी….



(Tehelka uk न्यूज)

रुद्रप्रयाग । जिला प्रशासन द्वारा आपदा प्रबंधन को सुदृढ़ बनाने और विभिन्न विभागों के बीच समन्वय स्थापित करने के उद्देश्य से बुधवार को एनआईसी कक्ष में एक महत्वपूर्ण कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यशाला की अध्यक्षता जिलाधिकारी सौरभ गहरवार ने की। इस अवसर पर विभिन्न विभागों के अधिकारी, डीडीआरएफ के कर्मी और आपदा प्रबंधन से जुड़े अन्य विशेषज्ञ उपस्थित रहे।

 

*भूस्खलन मोबाइल एप पर विशेषज्ञों ने दी जानकारी*


   कार्यशाला के दौरान आपदा प्रबंधन से जुड़े अधिकारियों और कर्मचारियों को भूस्खलन मोबाइल ऐप के उपयोग और उसकी कार्यप्रणाली के बारे में ऑनलाइन जानकारी दी गई। विषय विशेषज्ञों ने विस्तार से बताया कि यह ऐप आपदा के समय राहत और बचाव कार्यों में किस प्रकार सहायक हो सकता है। इसके माध्यम से घटना की जानकारी तुरंत संबंधित विभाग तक पहुंचाई जा सकती है, जिससे त्वरित कार्रवाई सुनिश्चित की जा सके।कार्यशाला में उपस्थित अधिकारियों और कर्मियों को आपदा के दौरान बरती जाने वाली सावधानियों, राहत एवं बचाव कार्यों के समन्वय और आधुनिक तकनीकों के उपयोग के संबंध में विस्तार से अवगत कराया गया। जिलाधिकारी सौरभ गहरवार ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि आपदा प्रबंधन की तैयारियों को मजबूत किया जाए और किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए पूरी तरह तैयार रहें। उन्होंने आपदा राहत से जुड़े सभी विभागों से आपसी समन्वय बनाए रखने और सतर्क रहने की अपील की।


*समय पर राहत एवं बचाव कार्य सुनिश्चित करने पर जोर*


     कार्यशाला के दौरान जिलाधिकारी सौरभ गहरवार ने कहा कि आपदा के समय समयबद्ध और प्रभावी कार्रवाई बेहद महत्वपूर्ण होती है। उन्होंने कहा कि भूस्खलन मोबाइल एप और अन्य आधुनिक तकनीकों के उपयोग से आपदा राहत कार्यों को और अधिक प्रभावी बनाया जा सकता है। साथ ही, उन्होंने संबंधित विभागों को निर्देश दिए कि वे आपदा से निपटने के लिए अपने संसाधनों और मानव संसाधन को पूरी तरह से तैयार रखें।


   इस कार्यशाला में अपर जिलाधिकारी स्याम सिंह राणा, तहसीलदार ऊखीमठ प्रदीप नेगी, नायब तहसीलदार रुद्रप्रयाग प्रणव एस. पांडेय, खान अधिकारी सुरेंद्र सिंह सहित डीडीआरएफ के अधिकारी एवं कर्मचारी मौजूद रहे। सभी अधिकारियों ने आपदा के दौरान विभागीय भूमिका को स्पष्ट रूप से समझने और त्वरित निर्णय लेने की आवश्यकता पर बल दिया।

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