रुद्रप्रयाग। जखोली विकासखंड के बड़मा पट्टी स्थित थाती गांव में शुक्रवार को घंड़ियाल देवता मंदिर के निकट तारबाड़ में एक जंगली भालू फंस जाने से क्षेत्र में हड़कंप मच गया। सुबह सूचना मिलने पर स्थानीय लोगों ने इसका वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर डाल दिया, जिसके बाद वन विभाग की टीम और पशुपालन विभाग के चिकित्सक तत्काल मौके के लिए रवाना हुए। करीब ग्यारह बजे टीम मौके पर पहुंची और भालू को ट्रेंकुलाइज कर रेस्क्यू अभियान शुरू किया गया।
तारबाड़ काटने की प्रक्रिया में भालू नीचे की ओर लुढ़कता हुआ लगभग सौ मीटर तक गिरा और हल्का होश आने पर सीधे जंगल की ओर भाग गया। भालू के जंगल में गुम हो जाने के बाद ग्रामीणों में दहशत का माहौल और गहरा गया है। लोगों का कहना है कि सुबह से शाम तक वन विभाग की पूरी टीम जोखिम उठाकर भालू को पकड़ने में लगी रही, लेकिन अंत में भालू के भाग जाने से सवाल खड़े हो रहे हैं कि जब भालू जाल में फंसा था तो उसे सुरक्षित तरीके से नियंत्रित क्यों नहीं किया जा सका। ग्रामीणों का आरोप है कि दिनभर की मशक्कत और मौके पर हुए शोर-शराबे से भालू और अधिक आक्रामक हो गया है, जिससे अब क्षेत्र में भारी भय व्याप्त है।
स्थानीय लोगों का कहना है कि थाती–बड़मा क्षेत्र में पिछले कुछ समय से भालू का आतंक लगातार बढ़ रहा है, जिसके चलते शाम ढलते ही घरों से बाहर निकलना मुश्किल हो गया है। वे वन विभाग से सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम करने की मांग कर रहे हैं।
इस बीच एसडीओ दिवाकर पंत ने बताया कि सूचना मिलते ही वन विभाग की टीम मौके पर पहुंची और निर्धारित प्रक्रिया के तहत भालू को बेहोश कर रेस्क्यू का प्रयास किया गया। तारबाड़ काटने के बाद असंतुलित होकर भालू नीचे की ओर गिरा और होश लौटते ही जंगल की ओर चला गया। उन्होंने बताया कि भालू का वजन लगभग डेढ़ सौ किलो के आसपास था और फिलहाल वन विभाग की टीम उसकी मूवमेंट पर लगातार निगरानी कर रही है।





