रुद्रप्रयाग।रुद्रप्रयाग जिले की केदारघाटी में जंगली जानवरों का खतरा लगातार बढ़ता जा रहा है। गुप्तकाशी क्षेत्र के तरसाली गांव की 60 वर्षीय महिला पूर्णि देवी पर गुरुवार शाम एक बार फिर भालू ने हमला कर दिया। जानकारी के अनुसार महिला तीन-चार अन्य महिलाओं के साथ नजदीकी जंगल में घास लेने गई थीं, तभी अचानक झाड़ियों से निकले भालू ने उन पर हमला कर दिया। भालू ने महिला के सिर पर गहरी चोटें पहुंचाई, जबकि साथ मौजूद महिलाओं ने शोर मचाकर किसी तरह उन्हें उसके चंगुल से छुड़ाया।
घटना के बाद घायल महिला को तुरंत प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र फ़ाटा ले जाया गया, जहां प्राथमिक उपचार के बाद डॉक्टरों ने हालत गंभीर देखते हुए रुद्रप्रयाग जिला अस्पताल रेफर कर दिया। जिला अस्पताल पहुंचने पर भी उनकी हालत को देखते हुए चिकित्सकों ने बताया कि यहां सर्जन न होने और सर्जरी की पर्याप्त व्यवस्था न होने के कारण बेहतर उपचार संभव नहीं है। इसी वजह से महिला को श्रीनगर बेस अस्पताल रेफर किया गया, जहां उन्हें चिकित्सा उपलब्ध कराई जा सकेगी।
स्थानीय लोग लगातार बढ़ रहे जंगली जानवरों के आतंक से बेहद परेशान हैं। ग्रामीणों का कहना है कि जंगलों में भालू व अन्य वन्यजीवों की संख्या बढ़ने से लकड़ी, घास और चारा लेने जाना बेहद खतरनाक हो गया है। लोगों ने अस्पतालों की व्यवस्था को लेकर भी नाराजगी जताई और कहा कि जिले के मुख्य अस्पताल में विशेषज्ञ डॉक्टरों की कमी होने से हर गंभीर मरीज को श्रीनगर रेफर करना पड़ रहा है।
घटना की जानकारी मिलते ही वन विभाग की टीम मौके पर पहुंची। ओर टीम लगातार पीड़ित परिजनों के साथ है वही देर शाम एसीएफ डॉ0 दिवाकर पंत जखोली, अगस्त्यमुनि रेंजर व वन विभाग की टीम ने भी रुद्रप्रयाग अस्पताल पहुंचकर परिजनों से मुलाकात की और हर संभव सहयोग का आश्वासन दिया। ग्रामीणों ने विभाग से प्रभावित क्षेत्रों में निगरानी बढ़ाने और सुरक्षा के ठोस उपाय करने की मांग की है।





