आस्था और परंपरा का संगम बना भैंसगांव—14 दिसंबर को चक्रव्यूह मंचन, दिवंगतों की स्मृति में लगेगा भंडारा, गाँव-गाँव में उमंग की लहर।

रुद्रप्रयाग : रुद्रप्रयाग जिले के ग्राम सभा भैंसगांव में इस वर्ष पांडव नृत्य का भव्य आयोजन 4 दिसंबर से 17 दिसंबर 2025 तक किया जा रहा है। आस्था, परंपरा और लोकसंस्कृति से सराबोर यह वार्षिक आयोजन पूरे क्षेत्र में उत्साह का केंद्र बना हुआ है। पांडव लीला समिति, नवयुवक मंगल दल और महिला मंगल दल की अगुवाई में गांव में तैयारियां चल रही हैं, जबकि ग्रामीण बड़े उत्साह के साथ सांस्कृतिक कार्यक्रमों का इंतजार करते रहते हैं।
आयोजन की शुरुआत 4 दिसंबर को पांडवों के नृत्य स्थल पर आगमन से हुई। प्रमुख कार्यक्रमों में 14 दिसंबर को चक्रव्यूह मंचन, 15 दिसंबर को गैंडा कौथिक और रात्रि सिरोता, 16 दिसंबर को गंगा स्नान और 17 दिसंबर को गंगैय देवता का पारंपरिक विराजमान समारोह शामिल है। इनमें से चक्रव्यूह मंचन को सबसे महत्वपूर्ण माना जाता है, जिसमें हर वर्ष हजारों की संख्या में श्रद्धालु और दर्शक पहुंचते हैं।
14 दिसंबर के मुख्य कार्यक्रम में रुद्रप्रयाग के विधायक भरत सिंह चौधरी मुख्य अतिथि के रूप में सम्मिलित होंगे। जिला पंचायत अध्यक्ष, ब्लॉक प्रमुख, सामाजिक कार्यकर्ताओं और विभिन्न जनप्रतिनिधियों की भी उपस्थिति इस आयोजन को और गरिमामय बनाएगी। ग्रामीणों का कहना है कि पांडव नृत्य केवल धार्मिक विधि नहीं, बल्कि पीढ़ियों से संजोई गई सांस्कृतिक धरोहर है, जिसे नई पीढ़ी बड़ी श्रद्धा से आगे बढ़ा रही है।
इसी दौरान चक्रव्यूह मंचन के शुभ अवसर पर ग्राम सभा भैंसगांव में एक दिवसीय भंडारे का आयोजन भी किया जाएगा, जो स्वर्गीय मेहरबान सिंह जगवाण, स्वर्गीय वीरेंद्र सिंह जगवाण और स्वर्गीय रेखा जगवाण की पुण्य स्मृति को समर्पित है। आयोजन समिति ने सभी श्रद्धालुओं और ग्रामीणों से अनुरोध किया है कि वे भंडारे में पहुंचकर प्रसाद ग्रहण करें और दिवंगत आत्माओं को श्रद्धांजलि अर्पित करें।
पांडव नृत्य के इन विविध कार्यक्रमों ने पूरे क्षेत्र में एक उत्सव जैसा माहौल बना दिया है। ग्रामीणों का मानना है कि ऐसे आयोजन न केवल सामाजिक एकता को मजबूत करते हैं, बल्कि लोककला और परंपराओं को नई ऊर्जा भी प्रदान करते हैं। आगामी दिनों में भी गांव में धार्मिक, सांस्कृतिक और पारंपरिक गतिविधियों का सिलसिला इसी उत्साह के साथ जारी रहेगा।

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