रुद्रप्रयाग : रूद्रप्रयाग में बढ़ते मानव–वन्यजीव संघर्ष को देखते हुए वन सरक्षक गढ़वाल आकाश कुमार बर्मा ने विभागीय समीक्षा बैठक आयोजित कर हालात की गंभीरता पर चर्चा की। उन्होंने बताया कि जिले में हाल के महीनों में मानव–वन्यजीव संघर्ष की घटनाओं में तेज़ बढ़ोतरी दर्ज की गई है। इस वर्ष अब तक आधा दर्जन से अधिक लोग अपनी जान गंवा चुके हैं, जबकि एक सौ बीस से अधिक लोग घायल हुए हैं। वन सरक्षक बर्मा ने कहा कि संवेदनशील क्षेत्रों का आकलन कर जोखिम कम करने के लिए विभाग लगातार ज़मीन पर काम कर रहा है।
उन्होंने बताया कि पहले जहां गुलदार की सक्रियता ज़्यादा देखी जा रही थी, वहीं इस वर्ष भालू के हमलों में भी उल्लेखनीय बढ़ोतरी हुई है, जिसके कारणों की विभागीय टीमें पड़ताल कर रही हैं। समीक्षा बैठक में घटनास्थलों पर कार्मिकों की तैनाती, संसाधनों की उपलब्धता, उनकी आवश्यकता, जन-जागरूकता कार्यक्रमों की प्रभावशीलता और सुरक्षा के प्रति संवाद को मज़बूत बनाने पर विस्तृत चर्चा की गई। वन सरक्षक बर्मा ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि किसी भी घटना पर तत्काल प्रतिक्रिया सुनिश्चित की जाए और संवेदनशील क्षेत्रों में रात्रि गश्त, चेतावनी व्यवस्था व स्थानीय लोगों के साथ समन्वय को और मजबूत किया जाए।
उन्होंने कहा कि वन विभाग का प्रयास है कि मानव और वन्यजीव के बीच बढ़ते टकराव को कम किया जाए और ग्रामीण क्षेत्रों में भय का माहौल खत्म हो। विभाग जल्द ही अतिरिक्त संसाधन और सुरक्षा उपाय लागू करेगा, ताकि लोगों की जान-माल की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके।






