सौर ऊर्जा को बढ़ावा देने के लिए उरेडा द्वारा विकास भवन सभागार रुद्रप्रयाग में एक दिवसीय कार्यशाला आयोजित
(Tehelka uk न्यूज)
रुद्रप्रयाग जनपद रुद्रप्रयाग में उत्तराखंड सरकार द्वारा अक्षय ऊर्जा को बढ़ावा देने और सौर ऊर्जा योजनाओं के प्रति आम जनता को जागरूक करने के उद्देश्य से ऊर्जा विभाग एवं उरेडा द्वारा विकास भवन सभागार में एक दिवसीय सौर ऊर्जा कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में विधायक भरत सिंह चौधरी ने सौर ऊर्जा प्रचार-प्रसार वाहनों को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया।ये वाहन जनपद के तीनों विकासखंडों के ग्रामीण क्षेत्रों में जाकर सौर ऊर्जा योजनाओं की जानकारी देंगे।
आपको बता दें कि मुख्य अतिथि विधायक भरत सिंह चौधरी ने सरकार की योजनाओं के अंतर्गत लाभ प्राप्त कर रहे लोगों को प्रोत्साहित किया। उन्होंने जिले में प्रधानमंत्री सूर्य घर योजना के तहत लाभार्थियों को ₹51,000 की आर्थिक सहायता राशि के चेक भी प्रदान किए गए। इसके साथ ही दर्शनी देवी द्वारा लगाए गये 200 किलोवाट सौर सयंत्र से हुई आय का 1 लाख 60 का चैक भी प्रदान किया गया।इसके अलावा उन्होंने मुख्यमंत्री सौर स्वरोजगार योजना के तहत भरत भूषण (निवासी बसुकेदार), शुभम रौथाण (निवासी कांडई), मर्गागी रावत (निवासी कांडई) सहित अन्य लाभार्थियों को प्रशस्ति पत्र वितरित किये गए।
मुख्य अतिथि विधायक रुद्रप्रयाग भरत सिंह चौधरी ने कहा कि सौर ऊर्जा न केवल पर्यावरण संरक्षण बल्कि आर्थिक विकास का भी मुख्य साधन है। उन्होंने बताया कि राज्य सरकार नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा स्रोतों को बढ़ावा देने के लिए कई योजनाएं चला रही है, जिससे आम जनता को सस्ती और स्थायी ऊर्जा उपलब्ध कराई जा सके।उन्होंने कहा की सौर ऊर्जा से ग्रामीण क्षेत्रों में रोजगार के नए अवसर भी खुलेंगे। सरकार द्वारा दी जाने वाली सब्सिडी और अन्य लाभों का अधिक से अधिक लोगों को फायदा उठाना चाहिए,जिससे वे आत्मनिर्भर बन सकें और अपनी ऊर्जा आवश्यकताओं को खुद पूरा कर सकें।
उरेडा के वरिष्ठ परियोजना अधिकारी राहुल पंत ने राज्य और केंद्र सरकार द्वारा संचालित विभिन्न सौर ऊर्जा योजनाओं की जानकारी दी।उन्होंने बताया कि उत्तराखंड सरकार मुख्यमंत्री सौर स्वरोजगार योजना चला रही है ।इस योजना के तहत इच्छुक व्यक्तियों को सोलर प्लांट लगाने के लिए आर्थिक सहायता और सब्सिडी प्रदान की जाती है,इसके साथ साथ प्रधानमंत्री सूर्य घर योजना के तहत सब्सिडी प्रदान की जाती है जिससे लोग अपने घरों में सौर ऊर्जा संयंत्र लगा सकें।सोलर वाटर हीटर योजना के तहत सौर ऊर्जा से चलने वाले वॉटर हीटर उपलब्ध कराए जाते हैं, जिससे बिजली की खपत में कमी आती है।इन योजनाओं का उद्देश्य सौर ऊर्जा को बढ़ावा देना,आम जनता को बिजली के खर्च से राहत देना और राज्य को ऊर्जा आत्मनिर्भर बनाना है।